वैशाली (जंदाहा) : सूबे के मुख्यमंत्री और खुद को सुशासन बाबु कहने वाले नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी नलजल योजना की जमीनी हकीकत क्या है यह किसी से छिपी नहीं है? नल जल योजना की शुरुआत के समय जो लक्ष्य रखा गया था और इसे बनाने के लिए जो मापदंड तय किय गए थे, यह शायद ही कही उन मापदंडों खड़ी उत्तर रही हैं, यही कारण है राज्य ने कई जगह से इसकी दुर्दशा की तस्वीर समय-समय पर सामने आती रहती हैं।

ताजा मामला जन्दाहा प्रखंड के सोहरथी पंचायत के वार्ड नंबर का 06 का है, जहाँ नल जल योजना के तहत कार्य करवाया गया, वार्ड के लोगो को उम्मीद थी कि अब उन्हें पीने के स्वक्ष जल मिलेंगा लेकिन इस कार्य मे बरती गई अनिमितता ने सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया, ग्रामीण बताते है कि पिछले महीने यह टैंक लगाया गया था और 15 दिन पहले यहां से रिसाव हो रहा हैं, इस संबंध में जब स्थानीय वार्ड को सूचना दी गयी तो वो कोई संज्ञान नही लिया, जिस कारण दिन प्रतिदिन इसकी स्थिति और जर्जर होती चली, और आज टैंक ज्यादा फट गया जिससे पूरा पानी नीचे गिर गया, जिससे नीचे बना कई लोगो का मकान बुरी तरह से छतिग्रस्त हो गया।
अब सवाल उठता है की अपने जिस काम के भरोसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2020 का विधानसभा चुनाव की नैया पार करना चाहते हैं अगर धरातल पर उसकी हकीकत है तो क्या जनता ऐसे काम के लिए फिर से उन्हें चुनेगी या इसका जबाब वो अपने वोट से देने का काम करेंगी।