दोस्तों डॉ भीमराव अंबेडकर को हम भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में जानते हैं। उनकी कड़ी मेहनत और प्रयास के बाद हमे भारत का संविधान प्राप्त पाया है। बचपन से ही आंबेडकर जी का पढ़ने का बहुत शौक था, लेकिन महार जाति होने के कारण उनके साथ भेदभाव किया जाता था। डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। वह स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मृत्यु :-
डॉ भीमराव अंबेडकर की मृत्यु 6 दिसंबर 1956 को हुई थी। वैसे उनकी मृत्यु का कारण मधुमेह का बताया जाता है, लेकिन मृत्यु का असली कारण क्या था यह आज तक नहीं पता चल पाया है
डॉ भीमराव अंबेडकर उस जमाने में दलितों के एक लोकप्रिय नेता थे। जब उन्होंने भारत के संविधान का निर्माण किया तो उनकी प्रतिमा को देखकर उनके सभी विरोधी लोग हैरान रह गए। उसके बाद ज्यादातर लोग अंबेडकर जी का समर्थन करने लग गए। अंबेडकर और नेहरू जी के कुछ विषयों पर विचार नहीं मिलते थे, लेकिन आखिरकार जवाहरलाल नेहरू ने प्रतिमा को देखते हुए उनको भारत का पहला कानून मंत्री बना दिया था ।
डॉ भीमराव अंबेडकर जी की मूर्ति को जानने के लिए उनकी मृत्यु के विषय में सूचना अधिकार के अंतर्गत एक आर टी आई दायर हुई थी। आर टी आई के एक कार्यकर्ता आर एच बंसल ने अंबेडकर जी की मृत्यु के विषय में जानने के लिए भारत के राष्ट्रपति सचिवालय में आवेदन करके जानकारी लेने की कोशिश की, लेकिन राष्ट्रपति सचिवालय में यह आवेदन गृह मंत्रालय को भेज दिया था।
गृह मंत्रालय ने कहा कि इस विषय पर हमारे पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसलिए गृह मंत्रालय वह आवेदन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के पास भेज दिया। बाद कुछ समय बाद वहां से भी सुनने को मिला कि सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के पास इसकी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने भी वह आवेदन सूचना प्राप्त करने के लिए डॉ अंबेडकर फाउंडेशन को भेज दिया।
लेकिन आखिरकार डॉ आंबेडकर फाउंडेशन से भी यही सुनने को मिला कि उनके पास भी अंबेडकर की मृत्यु से संबंधित कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसलिए उन्होंने भी वह आवेदन वापस गृह मंत्रालय को भेज दिया, आखिर वह आवेदन जहां से चला था वही फिर वापस पहुंच गया।